Ask Me Anything: 10 Answers About बृहस्पति ग्रह शांति के, मंत्र एवं आसान उपाय
बृहस्पति ग्रह शांति के, मंत्र एवं आसान उपाय
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को देव गुरु कहा गया है। देवताओ के देवगुरु बृहस्पति को हमारे कुंडली में भी धर्म, दर्शन, ज्ञान और संतान का कारक माना जाता है। अगर हमारे कुंडली में बृहस्पति ग्रह अनुकूल है तो धर्म, दर्शन, ज्ञान, धन और संतान की प्राप्ति होती है। बृहस्पति ग्रह शांति से संबंधित कई उपाय हैं, जिन्हें करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। बृहस्पति ग्रह को वैदिक ज्योतिष में आकाश तत्व का कारक माना गया है। कुंडली में बृहस्पति ग्रह के अशुभ प्रभाव से संतान प्राप्ति में बाधा, पेट से संबंधित बीमारी, धन, ज्ञान प्राप्ति और मोटापा आदि सम्बंधित परेशानी होती है। अगर आप बृहस्पति के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं तो बृहस्पति ग्रह शांति के लिए निम्न बताये गए, ये उपाय करें। इन उपायों को करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी और अशुभ प्रभाव दूर होंगे।
वस्त्र एवं आपके जीवन शैली से जुड़े बृहस्पति ग्रह शांति के कुछ उपाय

- वस्त्र के रूप में आप पीला, क्रीम कलर और ऑफ़ व्हाइट रंग उपयोग में लाना बृहस्पति ग्रहके लिए अति शुभ है।इसके प्रयोग से बृहस्पति ग्रह अनुकूल और शुभ प्रभाव देने लगते है।
- अपने गुरु, ब्राह्मण, बूढ़े एवं अपने से बड़े लोगों का पैर छुकर आशीर्वाद ले और उन्हें प्रसन्न रखे। जितना अधिक आप गुरु, ब्राह्मण, बूढ़े का आशीर्वाद लेंगे और उन्हें खुश रखेंगे उतना अधिक बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभाव और आशीर्वाद प्राप्त होता है इसमें कोई संशय नहीं और यह प्रमाणित है। यदि आप महिला हैं तो अपने पति का सम्मान करें।
- अपने बच्चे और बड़े भाई से अच्छे संबंध बनाएँ।
- किसी से झूठ कदापि न बोलें, अन्यथा इसका अशुभ प्रभाव मिलने लगता है।
- आपने जो भी ज्ञान अर्जित किया है उसका वितरण अन्य और योग्य व्यक्तियों के बीच करें।
नित्य सुबह किये जाने वाले बृहस्पति ग्रह के उपाय

- भगवान शिव की नित्य पूजा आराधना करें।
- वामन देव की पूजा करना भी लाभकरी है।
- शिव सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।
- श्रीमद्भागवत पुराण का पाठ करें। इसके द्वारा भी आप बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभाव प्राप्त कर सकते है।
बृहस्पति ग्रह के लिये उपयोगी व्रत
शीघ्र विवाह हेतू , धन, विद्या आदि की प्राप्ति के लिए गुरुवार के दिन व्रत धारण करना भी श्रेष्ट उपायों में एक है।
बृहस्पति ग्रह के शांति के लिये दान
बृहस्पति ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान अर्थात पिली वस्तुओं का दान गुरुवार के दिन बृहस्पति के होरा और गुरु के नक्षत्रों (पुनर्वसु, विशाखा, पूर्व भाद्रप्रद) में शाम के समय करना चाहिए।
दान की जाने वाली वस्तुएँ इस प्रकार हैं- केसरिया रंग, हल्दी, स्वर्ण, चने की दाल, पीत वस्त्र, कच्चा नमक, शुद्ध घी, पीले पुष्प, पुखराज रत्न एवं नयी और पुरानी किताबें।
दान की जाने वाली वस्तुएँ इस प्रकार हैं- केसरिया रंग, हल्दी, स्वर्ण, चने की दाल, पीत वस्त्र, कच्चा नमक, शुद्ध घी, पीले पुष्प, पुखराज रत्न एवं नयी और पुरानी किताबें।
बृहस्पति के लिए रत्न संबधी उपाय

ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह शांति के लिए पुखराज रत्न को धारण किया जाता है।बृहस्पति ग्रह धनु और मीन राशि का स्वामी है। अतः धनु और मीन राशि के जातकों के लिए पुखराज रत्न शुभ होता है। परन्तु धारण से पूर्व किसी ज्योतिषाचार्य से सलाह के उपरांत ही धारण करे अन्यथा नुकसान होने की संभावना रहती है।
बृहस्पति यंत्र
बृहस्पति के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए गुरु यंत्र को गुरुवार के दिन बृहस्पति की होरा एवं इसके नक्षत्र ( (पुनर्वसु, विशाखा, पूर्व भाद्रप्रद) के समय धारण करें।
बृहस्पति के लिये पौधों की जड़
गुरु बृहस्पति के शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए आप सिद्ध किया हुआ पीपल की जड़ भी धारण करें। इस जड़ को गुरु की होरा और गुरु के नक्षत्र में धारण करें।
बृहस्पति के लिये रुद्राक्ष समबंधित उपाय

गुरु बृहस्पति के शुभ प्रभाव के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है।
पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करने के हेतू मंत्र:
पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करने के हेतू मंत्र:
- ॐ ह्रीं नमः।
- ॐ ह्रां आं क्षंयों सः ।।
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